भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने गुरुवार को खेल मंत्री किरन रिजिजू से अपना राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड ग्रहण किया। बजरंग 29 अगस्त को खेल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों यह अवॉर्ड नहीं ले सके थे। उस समय वे रूस में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में खेल रहे थे। खेल मंत्री ने अनस और तेजिंदरपाल सिंह तूर को अर्जुन अवॉर्ड, मोहिंदर सिंह ढिल्लों को द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया।
बजरंग ने कहा, “पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कोई भी खिलाड़ी अच्छा महसूस करता है और यह तो देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान है। मेरा पूरा ध्यान अब टोक्यो ओलिम्पिक पर लगा हुआ है। इस सम्मान के बाद जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है। मेरी तैयारियां अच्छी चल रही हैं। मैं 10-12 दिन से मैट पर ट्रेनिंग कर रहा हूं और अपनी चोट से उबर चुका हूं। मैं टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा और सभी के आशीर्वाद से स्वर्ण पदक जीतूंगा।”
बजरंग को इसी साल पद्मश्री और 2015 में अर्जुन पुरस्कार मिला
देश को 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में टोक्यो ओलिम्पिक का कोटा दिला चुके बजरंग को इसके साथ ही 32 लाख 70 हजार रुपए का नगद पुरस्कार भी प्रदान किया गया। बजरंग को इसी साल पद्मश्री और 2015 में अर्जुन पुरस्कार मिला था।